ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई का भारत पर आरोप: कहा- मुस्लिमों को झेलनी पड़ रही तकलीफ, भारत का पलटवार – “अपने गिरेबान में झांकें”
ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई ने हाल ही में भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत में मुस्लिम समुदाय को गंभीर तकलीफों और भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। खामेनेई ने भारत की नीतियों और उनके प्रति मुस्लिम समुदाय की समस्याओं पर चिंता व्यक्त की और भारत को अपनी आंतरिक स्थिति पर ध्यान देने की सलाह दी।
ईरान के सुप्रीम लीडर के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में ध्यान खींचा है, और इसके बाद भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने खामेनेई के आरोपों को सिरे से नकारते हुए जवाब दिया और कहा कि ईरान को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहां सभी धर्मों के नागरिकों को समान अधिकार और स्वतंत्रता प्राप्त है।
भारतीय अधिकारियों ने खामेनेई के बयान को गलत और भ्रामक बताते हुए कहा कि भारत में विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच भाईचारे और समानता की स्थापना के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि किसी भी विदेशी नेता को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने का अधिकार नहीं है और इस प्रकार के बयान केवल दो देशों के बीच के संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं।
भारत ने ईरान से यह अपेक्षा की है कि वह पहले अपने देश के आंतरिक मामलों की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करे और अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेबुनियाद आरोप लगाने से बचें। इस विवाद ने दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव को बढ़ा दिया है और इसे लेकर दोनों देशों की ओर से बयानबाजी जारी है।
इस मुद्दे पर आगामी घटनाक्रमों की निगरानी की जा रही है, और यह देखा जाएगा कि भारत और ईरान के बीच के संबंध इस विवाद के बाद किस दिशा में बढ़ते हैं।