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भारत की सुरक्षा को मजबूत करेगा 2025 में लागू होने वाला नेशनल एंटी टेरर प्लान (NATP)

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“नेशनल एंटी टेरर प्लान 2025: भारत की आतंकवाद विरोधी ताकत को नई दिशा”

भारत में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार 2025 में नेशनल एंटी टेरर प्लान (NATP) लेकर आ रही है। इस योजना का उद्देश्य आतंकवाद विरोधी अभियानों को बेहतर, तेज़ और अधिक प्रभावी बनाना है, जिसमें केंद्र और राज्य स्तर की एजेंसियों के बीच तालमेल बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सरकार का यह कदम आतंकवाद के बदलते स्वरूप और नए खतरे को देखते हुए उठाया गया है, ताकि देश के हर कोने में सुरक्षा मजबूत की जा सके।

  1. केंद्र-राज्य एजेंसियों में बेहतर समन्वय: NATP के तहत केंद्र और राज्यों की एजेंसियों के बीच समन्वय को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि आतंकवाद से जुड़े मामलों में तेजी से कार्रवाई की जा सके। केंद्र और राज्य एजेंसियों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान आसान और सुरक्षित होगा।
  2. आधुनिक तकनीक और उपकरण: इस योजना के तहत आतंकवाद विरोधी अभियान में अत्याधुनिक तकनीक और उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा। सरकार नई तकनीकों में निवेश करेगी जैसे कि साइबर ट्रैकिंग, ड्रोन सर्विलांस और एआई आधारित विश्लेषण, ताकि आतंकियों के ठिकानों का पता आसानी से लगाया जा सके।
  3. सर्विलांस नेटवर्क का विस्तार: NATP के तहत पूरे देश में एक व्यापक निगरानी नेटवर्क तैयार किया जाएगा। इसके लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी और संवेदनशील स्थानों पर उच्च तकनीक वाले उपकरण लगाए जाएंगे। इन उपकरणों के जरिए सरकार आतंकवादियों की गतिविधियों पर बारीकी से नज़र रख सकेगी।
  4. सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाई जाएगी: सीमाओं पर आतंकवाद की गतिविधियों को रोकने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। इसके तहत सीमावर्ती इलाकों में कड़ी चौकसी रखी जाएगी और नए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम लगाए जाएंगे ताकि सीमाओं से होने वाली आतंकवादी घुसपैठ को रोका जा सके।
  5. साइबर आतंकवाद के खिलाफ सख्त उपाय: बढ़ते डिजिटल और साइबर हमलों को देखते हुए NATP में साइबर आतंकवाद के खिलाफ भी विशेष रणनीतियां बनाई जाएंगी। इसके लिए साइबर सुरक्षा को मजबूत किया जाएगा, और एक विशेष साइबर कमांड सेंटर बनाया जाएगा, जो ऑनलाइन आतंकी गतिविधियों पर नजर रखेगा और समय रहते उन्हें रोकने के उपाय करेगा।
  6. राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत आतंकवाद विरोधी फोर्स: NATP के तहत केंद्र सरकार एक विशेष एकीकृत आतंकवाद विरोधी फोर्स की स्थापना पर भी विचार कर रही है, जिसमें केंद्र और राज्यों के विशेष बलों के जवान शामिल होंगे। यह फोर्स तुरंत एक्शन लेने में सक्षम होगी और आतंकवाद के खिलाफ कहीं भी ऑपरेशन चला सकेगी।

नेशनल एंटी टेरर प्लान का उद्देश्य सिर्फ आतंकवादियों को पकड़ना नहीं है, बल्कि उनकी वित्तीय मदद, नेटवर्क और प्रचार तंत्र को भी खत्म करना है। इसके जरिए सरकार आतंकवाद की जड़ों तक पहुंचने का प्रयास करेगी ताकि आतंकवादियों को हर स्तर पर कमजोर किया जा सके।

  • आतंकवादियों के ठिकानों का सटीकता से पता लगाना और उन पर तुरंत कार्रवाई करना।
  • आतंकवाद के लिए फंडिंग करने वालों और सहयोगियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करना।
  • सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकना।
  • आतंकी संगठनों के प्रचार माध्यमों पर कड़ी नजर रखना और उन्हें निष्क्रिय करना।

बदलते वैश्विक परिदृश्य में आतंकवाद के खतरे बढ़ते जा रहे हैं। कई देशों में इस समय आतंकवाद की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है, और भारत भी इन खतरों से अछूता नहीं है। NATP का मुख्य उद्देश्य है आतंकवाद के नए स्वरूप और बदलते तरीके को समझकर उसे खत्म करना और देश के नागरिकों को सुरक्षित रखना।

NATP के तहत भारत दूसरे देशों के साथ भी आतंकवाद विरोधी समझौते करेगा, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर