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भारत-US में 32,000 करोड़ की मेगा डिफेंस डील; क्यों खास है सेना को मिलने वाले MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन?

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भारत और अमेरिका के बीच हुई 32,000 करोड़ रुपए की मेगा डिफेंस डील ने भारतीय सेना की ताकत को और भी बढ़ा दिया है। इस डील के तहत भारतीय सेना को अत्याधुनिक और शक्तिशाली MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन मिलने जा रहे हैं। यह डील भारतीय सेना की रणनीतिक शक्ति को आधुनिक हथियारों और उन्नत टेक्नोलॉजी से लैस करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन: क्या है खास?

MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन अमेरिकी डिफेंस कंपनी जनरल एटॉमिक्स द्वारा बनाया गया एक अत्याधुनिक अनमैंड एरियल व्हीकल (UAV) है। यह ड्रोन हाई-टेक सुविधाओं और घातक हमलों की क्षमता के लिए जाना जाता है। भारतीय सेना के लिए यह ड्रोन खास इसलिए है क्योंकि यह न केवल दुश्मनों की निगरानी और उनकी गतिविधियों पर नज़र रखने में मदद करेगा, बल्कि इसे सटीक हमले के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन की खासियतें:

  1. लॉन्ग रेंज: यह ड्रोन लंबे समय तक हवा में उड़ने की क्षमता रखता है। यह लगातार 40 घंटे तक उड़ान भर सकता है, जो कि दुश्मन की गतिविधियों पर लंबे समय तक नजर रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
  2. हाई टेक्नोलॉजी: MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन में एडवांस सेंसर, रडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल उपकरण लगे होते हैं, जो दुश्मन की गतिविधियों का सटीक विश्लेषण करते हैं और किसी भी प्रकार की खतरे वाली स्थिति की जानकारी देते हैं।
  3. आर्म्ड कैपेबिलिटी: यह ड्रोन न केवल निगरानी करता है, बल्कि सटीक हमले के लिए भी सक्षम है। इसमें हेलफायर मिसाइलें और अन्य हथियार लगे होते हैं, जो दुश्मन के ठिकानों पर तुरंत हमले करने की क्षमता रखते हैं।
  4. ऑल-वेदर ऑपरेशन: इस ड्रोन को किसी भी मौसम में ऑपरेट किया जा सकता है, चाहे वह बारिश हो, बर्फबारी हो या तेज धूप। इसका डिजाइन इसे हर स्थिति में कारगर बनाता है।
  5. नेवी और एयरफोर्स के लिए अहम: इस ड्रोन को भारतीय सेना के साथ-साथ नेवी और एयरफोर्स के लिए भी खास तौर पर तैयार किया गया है। यह समुद्र से दुश्मनों की गतिविधियों की निगरानी करने में भी मदद करेगा।

भारत की सुरक्षा में बड़ा बदलाव:

इस डील से भारतीय सेना की ताकत में बड़ा इजाफा होगा। वर्तमान में भारत की सीमा पर पाकिस्तान और चीन की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में इन ड्रोन की मदद से सीमा की सुरक्षा मजबूत होगी। चीन के साथ लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) और पाकिस्तान के साथ लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर निगरानी के लिए यह ड्रोन महत्वपूर्ण साबित होंगे।

भारत-अमेरिका रक्षा संबंध:

यह डील भारत और अमेरिका के रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। दोनों देश सामरिक साझेदारी को बढ़ाने के साथ ही अपने-अपने सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए एकजुट हो रहे हैं। इस डील से यह साफ है कि भारत, अमेरिका के साथ अपने रक्षा सहयोग को और अधिक उन्नत और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने की कोशिश कर रहा है।