वन विभाग ने सरोआ जालपा माता मंदिर को गोद लिया
"जालपा माता मंदिर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा"
ईको टूरिज्म के तहत यह योजना तैयार की गई। जिसमें मंदिर के सोंर्दयकरण के साथ ही स्वयं सहायता समूहों की विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग भी करवाई जाएगी। जिसकी शुरुआत करते हुए वन विभाग ने जालपा माता मंदिर परिसर में रेस्ट बेंच लगाकर यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आराम फरमाने के लिए सुविधा प्रदान की है।
वहीं वन विभाग सरोआ घाटी और जालपा माता परिसर को स्वच्छ बनाने के लिए कुकड़ी गलु से सरोआ मंदिर तक जगह जगह डस्टबिन की सुविधा भी प्रदान करेगा। डीएफ ओ नाचन एसएस कश्यप ने पुष्टि करते हुए बताया कि ईको टूरिज्म के तहत जालपा माता मंदिर में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जो भी संभव होगा वह किया जाएगा।
बैंच लगाने के साथ ही कूड़ादान और साइनबोर्ड में भी स्थापित किए जाएंगे। उधर नौण पंचायत ने जालपा माता मंदिर परिसर में सुंदर पार्क का निर्माण किया है। यहां मंदिर कमेटी ने हेलीपेड का निर्माण भी सरकार के सहयोग से किया है।
जालपा माता मंदिर अब जिला के बड़ा देव कमरुनाग मंदिर से सडक़ सुविधा से जुड़ गया है। यहां एक ही दिन में पर्यटक और श्रद्धालु दोनों धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सकते हैं। जालपा माता मंदिर के सचिव बीकेठाकुर ठाकुर ने वन विभाग का आभार प्रकट किया है। नौण पंचायत कर प्रधान लाल मन ने बताया कि जालपा माता परिसर को सुंदर और स्वच्छ बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।