ऑटिज्म के उपचार में मददगार हो सकता है नया मस्तिष्क अध्ययन
“इजरायल के हाइफा विश्वविद्यालय (UH) के शोधकर्ताओं ने एक महत्वपूर्ण खोज की है जिससे ऑटिज्म जैसे सामाजिक विकारों के उपचार में नए रास्ते खुल सकते हैं। यह अध्ययन मस्तिष्क की मीडियल प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स (MPFC) प्रणाली पर केंद्रित है, जो दूसरों की भावनात्मक स्थितियों को पहचानने में मदद करती है।“
शोध का निष्कर्ष:
मस्तिष्क का एमपीएफसी क्षेत्र भावनाओं की पहचान और सामाजिक व्यवहार को नियंत्रित करता है।
जब इस क्षेत्र में गड़बड़ी होती है, तो व्यक्ति भावनाओं को सही ढंग से समझने में असमर्थ हो सकता है।
यह निष्कर्ष ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार (ASD) के उपचार में उपयोगी हो सकता है।
ऑटिज्म क्या है?
ऑटिज्म एक न्यूरोडेवलपमेंटल विकार है, जिससे प्रभावित व्यक्ति सामाजिक रूप से खुद को अलग-थलग महसूस करता है।
इसमें सीमित रुचियां और दोहराव वाले व्यवहार देखे जाते हैं।
सामाजिक संकेतों और भावनाओं को पहचानने में कठिनाई होती है।
सामाजिक बातचीत में समस्या आती है, जिससे व्यक्ति खुद को अलग-थलग महसूस करता है।
ऑटिज्म के लक्षण:
दूसरों की भावनाओं को समझने में कठिनाई।
आंखों से संपर्क करने में परेशानी।
दोहराए जाने वाले व्यवहार।
सीमित रुचियों पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित करना।
शोध में कैसे किया गया अध्ययन?
इजरायली वैज्ञानिकों ने चूहों पर प्रयोग कर यह अध्ययन किया।
एमपीएफसी क्षेत्र में न्यूरॉन्स की गतिविधियों को मापा गया।
शोध में पाया गया कि चूहे तनावग्रस्त चूहों के पास अधिक समय बिताते हैं।
यह साबित करता है कि चूहे दूसरों की भावनात्मक स्थितियों को समझ सकते हैं।
जब एमपीएफसी की तंत्रिका गतिविधि बाधित हुई, तो चूहों ने भावनाओं को पहचानना बंद कर दिया।
इस अध्ययन का निष्कर्ष यह है कि एमपीएफसी क्षेत्र भावनाओं को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ऑटिज्म के उपचार में कैसे मदद कर सकता है यह शोध?
इस अध्ययन से ऑटिज्म से जुड़े प्रमुख सवालों के जवाब मिल सकते हैं:
✅ क्या एमपीएफसी क्षेत्र की गतिविधि बढ़ाकर ऑटिज्म के लक्षणों में सुधार किया जा सकता है?
✅ क्या न्यूरोस्टिमुलेशन तकनीकों से इस क्षेत्र की कार्यक्षमता बढ़ाई जा सकती है?
✅ क्या इस शोध से नए दवाओं और उपचार पद्धतियों का विकास संभव है?
भविष्य में यह अध्ययन ऑटिज्म के लिए नई चिकित्सा रणनीतियों को जन्म दे सकता है।
ऑटिज्म से ग्रस्त लोगों की मदद कैसे करें?
सामाजिक संपर्क को बढ़ावा देने के लिए नियमित बातचीत करें।
उन्हें भावनाओं को समझने में मदद करने के लिए विजुअल संकेतों का उपयोग करें।
विशेषज्ञों की सहायता लें और थेरेपी का सहारा लें।
शोध और चिकित्सा विज्ञान के नए विकास पर ध्यान दें।
मुख्य बिंदु:
इजरायली वैज्ञानिकों ने मस्तिष्क के एमपीएफसी क्षेत्र की पहचान की, जो सामाजिक व्यवहार को नियंत्रित करता है।
यह क्षेत्र भावनाओं को समझने और सामाजिक संपर्क को आसान बनाने में मदद करता है।
भविष्य में इस शोध से ऑटिज्म से प्रभावित व्यक्तियों की जिंदगी आसान हो सकती है।