CGPSC Exam: सीजीपीएससी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से पकड़ेंगे फर्जी परीक्षार्थी, फोटो-वीडियो बताएंगे असली पहचान
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) ने अपने आगामी परीक्षाओं में सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत, आयोग फर्जी परीक्षार्थियों की पहचान करने के लिए विभिन्न तकनीकी उपायों को लागू करेगा।
AI तकनीक का उपयोग
- फोटो और वीडियो एनालिसिस:
- CGPSC परीक्षाओं के दौरान प्रत्येक परीक्षार्थी की फोटो और वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। इसके बाद AI का उपयोग करके इन फोटोज़ और वीडियो की तुलना उम्मीदवारों के फाइल फोटो से की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि परीक्षा में बैठने वाला व्यक्ति वास्तविक परीक्षार्थी है या नहीं।
- अनुसूचित परीक्षण प्रक्रिया:
- परीक्षा के दौरान सुरक्षा उपायों को और सख्त किया जाएगा। इसमें प्रवेश के समय बायोमीट्रिक पहचान, चेहरे की पहचान और अन्य तकनीकी उपाय शामिल होंगे। यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि केवल सही व्यक्ति ही परीक्षा में शामिल हो सके।
फर्जी परीक्षार्थियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
CGPSC ने यह निर्णय ऐसे समय में लिया है जब देश भर में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जी परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ रही है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि अगर किसी भी परीक्षा में फर्जी पहचान स्थापित करने की कोशिश की गई, तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षा की पारदर्शिता
इस तकनीकी पहल से CGPSC की परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ने की उम्मीद है। आयोग का उद्देश्य योग्य और मेहनती उम्मीदवारों को उचित अवसर प्रदान करना है, जबकि धोखाधड़ी करने वालों को सख्त सजा देना है।