खेलों इंडिया के खिलाडियों को ग्रांट न देने पर खिलाडियों में जबरदस्त रोष
“खेलो इंडिया के सपनों को धक्का ग्रांट विवाद”
खेलों इंडिया के खिलाडियों को प्रदेश सरकार द्वारा डाईट मनी और अन्य भत्ते जारी न करने पर खिलाडियों में भारी रोष देखने को मिल रहा है। जहां सरकारें खिलाडियों को बडी-बडी सुविधाएं देने के दावे कर रहीं है वही खिलाडी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहे हैं।
हमीरपुर में आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए खेलों इंडिया के खिलाडियों ने बताया कि वे अपने खर्चे पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं तथा युवा सेवाएं एवं खेल विभाग द्वारा उन्हें सुविधा के नाम पर महज आश्वासन दिए जा रहे है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार द्वारा खिलाडियों की सुविधा के लिए जो मापदंड तय किए गए है, उन नियमों के अनुसार जो खिलांिडयों को सुविधा मिलनी थी वह नहीं दी जा रही है। अधिकतर खिलाडी मध्य व गरीब परिवारों से है।
जो कि इनता खर्च वहन करने की क्षमता नहीं रखते । इस तरह से प्रतिभाशाली खिलाडी खुद को अपेक्षित व हतोत्साहित महसूस कर रहे है।
बाईट शैलेंद्र शर्मा