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तेजप्रताप यादव की जिद और लालू यादव का हस्तक्षेप: महुआ सीट पर आरजेडी में मचा घमासान

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“महुआ सीट पर तेजप्रताप यादव की दावेदारी से पार्टी में हलचल, लालू यादव ने संभाली कमान”

क्या है मामला?

तेजप्रताप यादव ने महुआ सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है, जो उनकी पुरानी विधानसभा सीट भी है। हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने इस बार महुआ सीट पर किसी अन्य उम्मीदवार को उतारने की योजना बनाई थी। तेजप्रताप की इस जिद के चलते पार्टी के अंदर मतभेद और असंतोष की स्थिति पैदा हो गई।

सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस बात से नाराज हैं कि तेजप्रताप ने बिना पार्टी की सहमति के अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी।


लालू यादव का दखल

पार्टी में तनाव बढ़ता देख लालू प्रसाद यादव ने खुद मोर्चा संभाला और पटना में एक बैठक बुलाई। बैठक में तेजप्रताप यादव के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और महुआ सीट से संभावित अन्य उम्मीदवारों ने भी हिस्सा लिया।

महुआ सीट का राजनीतिक महत्व

महुआ विधानसभा सीट तेजप्रताप यादव के राजनीतिक करियर के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। 2015 के विधानसभा चुनाव में तेजप्रताप ने इसी सीट से जीत हासिल की थी, लेकिन 2020 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस बार वह अपनी पुरानी सीट वापस पाने के लिए जोर दे रहे हैं।

पार्टी में अंदरूनी हलचल

तेजप्रताप की जिद के कारण आरजेडी में विभाजन की स्थिति बनने लगी थी। पार्टी के कुछ नेता मानते हैं कि ऐसे कदम से पार्टी की छवि को नुकसान हो सकता है। वहीं, कुछ कार्यकर्ता तेजप्रताप का समर्थन भी कर रहे हैं।

लालू यादव का राजनीतिक अनुभव

लालू प्रसाद यादव के कुशल नेतृत्व और राजनीतिक अनुभव के कारण इस तनाव को फिलहाल थाम लिया गया है। लालू ने अपने बेटे को समझाने के साथ ही पार्टी नेताओं को आंतरिक विवादों से दूर रहने की नसीहत दी।


क्या आगे होगा?

आरजेडी की ओर से महुआ सीट पर उम्मीदवार को लेकर जल्द ही आधिकारिक घोषणा की जाएगी। लालू यादव के हस्तक्षेप के बाद माना जा रहा है कि पार्टी में स्थिति सामान्य हो जाएगी और कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनाव की तैयारी करेंगे।


निष्कर्ष

तेजप्रताप यादव की महुआ सीट से चुनाव लड़ने की जिद ने पार्टी के अंदर कुछ देर के लिए तनाव पैदा कर दिया था, लेकिन लालू प्रसाद यादव के हस्तक्षेप से मामला संभल गया है। अब देखना होगा कि आरजेडी नेतृत्व किस उम्मीदवार को मौका देता है और तेजप्रताप यादव इस फैसले को कैसे स्वीकार करते हैं।