मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने के लिए विहिप का “जागरण अभियान” शुरू
“जागरण अभियान के जरिए मंदिरों की स्वतंत्रता की वकालत करेगी विश्व हिंदू परिषद”
उन्होंने कहा कि मंदिर को नियंत्रण मुक्त करना समय की मांग है। विहिप पिछले कई दशकों से यह मांग उठाती रही है। जब कोई मस्जिद, मदरसा, मजार या चर्च उनके (सरकार के) नियंत्रण में नहीं है, तो यह भेदभाव केवल मंदिरों के साथ ही क्यों है?
विनोद बंसल ने आगे कहा कि इन सबको लेकर समाज में गहरा आक्रोश है। इसलिए, विहिप ने इन मंदिरों की मुक्ति के लिए एक अभियान, जागरण अभियान शुरू करने का निर्णय लिया। हमारे संगठन के महासचिव शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं, जिसमें बताएंगे कि इसका स्वरूप क्या होगा और कैसे किया जाएगा।
बंसल ने यह भी उल्लेख किया कि विहिप पदाधिकारियों ने हाल ही में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात कर इस मुद्दे पर समर्थन का अनुरोध किया है।
इससे पहले, विहिप ने अपना “सांसद संपर्क अभियान” चलाया, जिसके दौरान उसने मंदिरों की मुक्ति, वक्फ संशोधन विधेयक और हिंदू समाज के लिए विशेषाधिकारों के विस्तार सहित विभिन्न प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 350 से अधिक सांसदों से मुलाकात की।
विश्व हिंदू परिषद ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान चलाए गए अपने वार्षिक सांसद संपर्क अभियान में अब तक 350 से अधिक सांसदों से संपर्क किया है और हिंदू समाज से संबंधित तीन अलग-अलग विषयों पर चर्चा की है।