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पेजर फिर वॉकी-टॉकी ब्लास्ट, हिज्बुल्लाह के पीछे क्यों पड़ा मोसाद: इजराइल से जीती जमीन छुड़वाई, लेबनान के प्रधानमंत्री से ज्यादा ताकतवर संगठन का चीफ नसरल्लाह

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हाल ही में इजराइल में हुए एक वॉकी-टॉकी ब्लास्ट ने एक बार फिर हिज्बुल्लाह को सुर्खियों में ला दिया है। इस हमले के पीछे इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ माना जा रहा है, जो हिज्बुल्लाह के खिलाफ एक नई रणनीति के तहत काम कर रही है। इस घटना ने इस्लामिक संगठन हिज्बुल्लाह की शक्ति और इजराइल के साथ उसके बढ़ते टकराव को उजागर किया है।

हिज्बुल्लाह की पृष्ठभूमि

हिज्बुल्लाह, जो लेबनान में एक शक्तिशाली सैन्य और राजनीतिक संगठन है, ने पिछले कुछ वर्षों में इजराइल के खिलाफ कई सफल हमले किए हैं। संगठन के प्रमुख हसन नसरल्लाह की गिनती लेबनान के प्रधानमंत्री से ज्यादा ताकतवर नेताओं में होती है। नसरल्लाह ने न केवल इजराइल के खिलाफ युद्ध लड़ा है, बल्कि उन्होंने अपनी संगठनात्मक ताकत को भी बढ़ाया है, जिससे हिज्बुल्लाह को क्षेत्रीय ताकत के रूप में स्थापित किया है।

मोसाद की रणनीति

इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने हिज्बुल्लाह के खिलाफ अपनी रणनीति में बदलाव किया है। वॉकी-टॉकी ब्लास्ट, जिसमें एक पेजर का उपयोग किया गया था, के जरिए मोसाद ने हिज्बुल्लाह की संचार प्रणाली को लक्ष्य बनाया है। इस हमले के पीछे इजराइल का उद्देश्य हिज्बुल्लाह के संचार और संगठनात्मक ढांचे को कमजोर करना है।

जमीन की लड़ाई

इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि इजराइल और हिज्बुल्लाह के बीच केवल सैन्य टकराव नहीं है, बल्कि यह जमीन की लड़ाई भी है। हिज्बुल्लाह ने इजराइल से जमीन छीनने में सफलता हासिल की है, जिससे उसकी ताकत और बढ़ गई है। नसरल्लाह ने इस संघर्ष को एक राष्ट्रीय मुहिम के रूप में पेश किया है, जिससे वह अपने समर्थकों के बीच एकजुटता बढ़ाने में सफल हुए हैं।