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राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल चायल: शताब्दी वर्ष का उत्सव

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“बलजीत सिंह मेमोरियल कला प्रतियोगिता: कला को नई पहचान”

प्रधानाचार्य विमल कुमार गंगवाल जैन ने प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता बलजीत सिंह के योगदान को याद करने का एक आदर्श तरीका है।

उनके परिवार विशेष रूप से उनके पुत्र कमलजीत सिंह, द्वारा प्रायोजित यह कार्यक्रम छात्रों में कला के प्रति जागरूकता और प्रेम को बढ़ावा देता है। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में क्षेत्र के कई प्रमुख विद्यालयों ने भाग लिया।

जिनमें पाइनग्रोव स्कूल, सुभाथू, पाइनग्रोव स्कूल, धरमपुर, लॉरेंस स्कूल, सनावर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, चायल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जुनगा, गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल सोलन चिन्मय विद्यालय सोलन, राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, चायल, आर्मी पब्लिक स्कूल डगशाई और मिलिट्री स्कूल अजमेर भी शामिल थे।

पुरस्कार वितरण समारोह विद्यालय के सलारिया सभागार में आयोजित हुआ, जिसमें मुख्यातिथि राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी मेजर कपिल सालीमठ ने विजेताओं को सम्मानित किया।

प्रतियोगिता में कल्पनाशील रचनाओं में प्रथम स्थान पाइनग्रोव स्कूल धर्मपुर, द्वितीय स्थान पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू, तृतीय स्थान द लॉरेंस स्कूल सनावर ने जीता।

पोस्टर निर्माण में प्रथम स्थान पाइनग्रोव स्कूल धर्मपुर, द्वितीय स्थान मिलिट्री स्कूल चायल, तृतीय स्थान राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल चायल ने जीता। कोलाज निर्माण में प्रथम स्थान राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल चायल, द्वितीय स्थान राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल चायल तृतीय स्थान लॉरेंस स्कूल सनावर ने जीता।

वरिष्ठ वर्ग की कल्पनाशील रचनाओं में प्रथम स्थान गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल सोलन, द्वितीय स्थान राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल चायल, तृतीय स्थान पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू ने जीता।

पोस्टर निर्माण में प्रथम स्थान लॉरेंस स्कूल सनावर, द्वितीय स्थान राष्ट्री मिलिट्री स्कूल चायल, तृतीय स्थान पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू ने जीता। कोलाज निर्माण में प्रथम स्थान राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल चायल, द्वितीय स्थान पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू, तृतीय स्थान लॉरेंस स्कूल सनावर ने जीता।